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Joshimath Sinking: जोशीमठ में 849 घरों की दीवारें चटकीं, संस्कृत महाविद्यालय के भवन में भी दरारें, PWD के गेस्ट हाउस पर चला बुलडोजर

Joshimath Sinking: जोशीमठ में होटलों और घरों को तोड़ने की शुरुआत के बाद अब आवासीय भवनों का ढहाये जाना शुरू हो गए हैं.

JOSHIMATHHH

बुलडोजर की मदद से गिराया गया PWD का गेस्ट हाउस (फोटो ट्विटर)

Joshimath Sinking: जोशीमठ में भू-धंसाव की वजह से इमारतों में बढ़ रही दरारों ने चिंता बढ़ा दी है. बढ़ती दरारों की जद में अब लोक निर्माण विभाग (PWD) का गेस्ट हाउस भी आ गया है. जिसके चलते आज गुरुवार को इस गेस्ट हाउस को बुलडोजर की मदद से गिराया गया. प्रशासन की तरफ से उन सभी इमारतों को गिराने का काम जारी है. जिसमें दरारें पड़ गई हैं. वहीं आम जनमानस की सुरक्षा को देखते हुए क्षतिग्रस्त होटल और घरों को खाली कराया गया है.

प्रशासन ने बताया कि जीएमवीएन (GMVN) का जो गेस्ट हाउस है. उसमें भी दरारें देखी गई. यहां आने वाले वैज्ञानिकों को यहीं ठहराया जाता था. वहीं आम लोगों के राहत शिविर संस्कृत महाविद्यालय भवनों में भी बारीक दरारें दिख रही हैं. जिससे हड़कंप मचा हुआ है. भवन में दरार दिखते ही कर्मचारियों ने इसकी सूचना चमोली के जिला पर्यटन अधिकारी को दी है.

शहर के 849 भवनों में दरारें आ चुकी हैं

जोशीमठ में होटलों और घरों को तोड़ने की शुरुआत के बाद अब आवासीय भवनों का ढहाये जाने का काम शुरू हो गया हैं. इस बीच बुधवार को आठ और परिवारों को राहत शिविरों में ले जाया गया. अब तक 258 परिवारों की सुरक्षा को देखते हुए शिफ्ट किया जा चुका है. जोशमठ में भू-धंसाव जारी है, लगातार कई इमारतों में दरारें बढ़ती जा रही हैं. अभी तक शहर के 849 भवनों में दरारें आ चुकी हैं. वहीं, होटल माउंट व्यू और मलारी इन के बाद अब अन्य होटलों में भी दरारें आई हैं. जमीन खिसकने की वजह से होटल आपस में मिलने लगे हैं. वहीं, तहसील भवनों के ऊपरी और निचले हिस्से में भी भू-धंसाव हो रहा है.

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हम जोशीमठ क्षेत्र की निगरानी रोज कर रहे हैं- धामी

वहीं जोशमठ की आपदा पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि,” हम जोशीमठ क्षेत्र की निगरानी रोज कर रहे हैं. वहां पर पानी 570 LPM से घटकर 100 LPM तक आ गया है. भू-धंसाव और आपदा के कारणों को जानने के लिए भारत सरकार के 8 संस्थान काम कर रहे हैं. रिपोर्ट का आकलन करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी.

– भारत एक्सप्रेस

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