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Kanpur Dehat: कानपुर देहात अग्निकांड में सवालों के घेरे में एसआईटी, मुर्दे को बना दिया गवाह, वायरल हुई जांच समिति की नोटिस

UP News: शिवम ने तंज कसते हुए कहा कि “शायद लेखपाल और एसडीएम ने उनके पास कोई जादूई शक्ति है, जिससे मृत लोगों को भी बुला लेते होंगे और साइन करा लेते होंगे.”

Kanpur Dehat

कानपुर देहात में मां-बेटी के आग लगा लेने के बाद का दृश्य-फोटो सोशल मीडिया (फाइल फोटो)

Kanpur Dehat: कानपुर देहात के मड़ौली गांव में मां- बेटी की जिंदा जलकर हुई मौत के मामले में जांच कर रही एसआईटी पर ही सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं. पीड़ितों का आरोप है कि एसआईटी ने इस मामले में उसी को गवाह बना दिया है, जिसकी मौत 10 साल पहले हो चुकी है. इस वजह से इस पूरे मामले में जिला प्रशासन और शासन स्तर से कराई जा रही जांच प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के थाना रूरा के मड़ौली गांव में 13 फरवरी को अवैध कब्जा हटाने के दौरान मां- बेटी की झोपड़ी के अंदर जिंदा जलकर मौत हो गई थी. पूरी घटना की जांच के लिए शासन के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी मड़ौली कांड की जांच पड़ताल भी कर रही है, लेकिन इसी बीच मृतका प्रमिला दीक्षित के बेटे शिवम दीक्षित ने पूरी जांच पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. शिवम ने आरोप लगाया है कि यह कैसी जांच है? जिसमें मुर्दों के भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं. शिवम ने इस सम्बंध में एक वीडियो जारी किया है, जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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इस वीडियो में शिवम बता रहे हैं कि “जांच में एसआईटी ने उनके गांव के राम नारायण दीक्षित, जो कि उनके परिवार से ही आते हैं, की मृत्यु 8 से 10 साल पहले हो चुकी है, लेकिन घटना को लेकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है और उनके नाम का नोटिस भी जारी किया गया है.” शिवम ने ये भी कहा कि “अगर उनपर भरोसा न हो तो वह राम नारायण दीक्षित के बेटों से भी पूछ सकते हैं, कि वो जिंदा हैं या मर गए हैं.” इसके साथ शिवम ने ये भी बताया कि “उनको इस बात की जानकारी उस वक्त हुई, जब नोटिस का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.” शिवम ने कहा कि “अब तो शासन स्तर पर कराई जा रही, इस पूरी जांच पर ही शक हो रहा है. पता नहीं इंसाफ मिलेगा या नहीं.”

मृतक ने किया है हस्ताक्षर भी

बता दें कि वायरल नोटिस में ये तक लिखा गया है कि राम नारायण दीक्षित ने मृतक प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी मृतक नेहा दीक्षित के मामले में सपोर्ट मीमो पर गवाह स्वरूप हस्ताक्षर किया है. इसी के साथ नोटिस में बीते 20 फरवरी को शिविर कार्यालय निरीक्षण भवन माती कानपुर देहात में उपस्थित होकर जांच समिति के सामने अपने बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है. बता दें कि यह नोटिस गजेंद्र कुमार , अपर जिलाधिकारी कन्नौज व जांच समिति द्वारा जारी किया गया है.

शिवम ने कहा तंज, कहा एसडीएम व लेखपाल के पास शायद है को शक्ति

शिवम ने तंज कसते हुए कहा कि शायद लेखपाल व एसडीएम ने उनके पास कोई जादूई शक्ति है, जिससे मृत लोगों को भी बुला लेते होंगे और साइन करा लेते होंगे. अगर आपको मेरी बात पर भरोसा नहीं हो रहा है, तो राम नारायण के बेटे पुत्तन और वीरेंद्र से आप उनके पिता की मौत के बारे में पूछ सकते हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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