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क्या आप भी सेकेंड हैंड बाइक खरीदना चाहते हैं? उसके पहले जान लें ये जरूरी बातें

सेकेंड हैंड व्हीकल खरीदते समय हमें कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए. आज हम आपको उन बातों के बारे में बताते हैं जो सेकेंड हैंड व्हीकल खरीदने के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं

Second Hand Bike में जानें जरूरी बातें

अक्सर कितनी बार ऐसा होता है कि लोगों को कोई गाड़ी खरीदनी होती है पर उनके पास नई गाडी खरीदने का बजट नहीं हो पाता है. इसके लिए वे  सेकेंड हैंड व्हीकल खरीद लेते है. लेकिन सेकेंड हैंड व्हीकल खरीदते समय हमें कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए. आज हम आपको उन बातों के बारे में बताते हैं जो सेकेंड हैंड व्हीकल खरीदने के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं. अगर आप एक सेकेंड हैंड बाइक खरीदने की योच रहे हैं तो यहां जान लीजिए उन जरूरी बातों को जिन्हे ध्यान में रखते हुए पुरानी बाइक खरीदने पर आपको नुकसान नहीं उठाना होगा.

जरूरी बातें जिनको ध्यान में रखकर खरीदें वाहन

बजट- यदि आप कोई भी सेकेंड हैंड बाइक खरीदने वाले है तो सबसे पहले आप अपने बजट को फाइनल करें ताकि आपको मार्केट में अलग अलग दुकानों पर जाकर चक्कर न लगाने पड़ें. बजट फाइनल करने के बाद आप अपने बजट के अंदर मिलने वाले विकल्पों पर ज्यादा फोकस कर सकते है.

जरूरत- बजट के बाद दूसरी सबसे जरूरी बात है जिसे ध्यान रखना बहुत जरूरी है. मार्केट में हर सेगमेंट की बाइक मौजूद हैं. यदि आप नौकरी पर जाते हैं कॉलेज जाते हैं तो आपको ज्यादा माइलेज वाली कॉम्यूटर बाइक लेना ही सही होगा ताकि आपको कम से कम खर्च में ज्यादा माइलेज मिल सके.

ब्रांड- किसी भी सेकेंड हैंड बाइक को खरीदते समय उस ब्रांड को प्राथमिकता दें जिससे रीसेल वेल्यू ठीक हो सकें यानी की अगर आप एक सेकेंड हैंड बाइक खरीदते हैं और उसे एक साल चलाने के बाद बेचने का मन बना लेते हैं तो उस कंडीशन में बाइक बेचने पर आपको सही कीमत मिलें

कंडीशन-  ज्यादातर डीलर सेकंड हैंड बाइक को चमका कर रखते हैं जिससे ग्राहक झांसे में आ  सकें और बाइक खरीद ले लेकिन उस चमकती हुई बाइक में कुछ ही दिनों में परेशानी आने लगती है. जिसमें आपको पैसा लगाना पड़ता है. इसलिए किसी भी बाइक को खरीदने से पहले उसकी कंडीशन, इंजन और पार्ट्स की जांच अच्छी तरह करें नहीं तो आपको बाद में नुकसान उठाना पड़ सकता है.

सर्टिफाइड सेकेंड हैंड बाइक- आजकल बहुत सी ऑनलाइन वेबसाइट हैं जो सेकेंड हैंड खरीदने पर न सिर्फ वारंटी देती हैं बल्कि बाइक का इंश्योरेंस, पॉल्यूशन और दूसरे जरूरी डॉक्यूमेंट भी देती हैं जो आपके लिए एक अच्छा विकल्प है. क्योंकि सेकेंड हैंड बाइक को खरीदने के बाद उसके पेपर ट्रांसफर करवाना बेहद लंबी और खर्चीली प्रक्रिया होती है.

 

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