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Rajiv Gandhi

राजीव गांधी ने अमिताभ को 1984 के आम चुनाव में पूरी रणनीति के साथ इलाहाबाद सीट से उतारा और अमिताभ की लोकप्रियता के बीच हेमवती नन्दन बहुगुणा को हार का मुंह देखना पड़ गया था.

वह साल 1984 था, जब देश की सियासत में भूचाल आ गया था. इस दौरान प्रधानमंत्री गांधी (Indira Gandhi) की हत्या के बाद उनके बेटे राजीव गांधी ने कांग्रेस पार्टी के साथ ही देश की कमान अपने हाथ में थामी थी.

Bharat Express Special: प्रधानमंत्री के तौर पर चंद्रशेखर का चुनाव क्यों और कैसे हुआ इसको जानने से पहले एक नजर इस पर डालते हैं कि आखिर वीपी सिंह की सरकार गिरी कैसे?

Mani Shankar on Rajiv Gandhi and Babri: कांग्रेस नेता मणिशंकर ने अपनी किताब में चौंकाने वाला दावा किया है. उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद के ताले राजीव गांधी ने नहीं खुलवाए थे. यह सब भाजपा की साजिश थी.

Maldives Vs Lakshadweep: देशभर में मालदीव्स वर्सेज लक्षद्वीप की बहस छिड़ी है. इसी बीच पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का साल 1987 का लक्षद्वीप दौरा फिर से चर्चा में है.

कभी-कभार कोई ऐसा सप्ताह आता है जो मुझे यह याद दिलाता है कि क्यों नरेंद्र मोदी दो बार भारत के प्रधानमंत्री बन चुके हैं और तीसरी बार पीएम बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, और ये सप्ताह भी उन्हीं बीते हुए सप्ताहों में से एक है. जब मैं तीस साल पहले एक दक्षिण पूर्व एशियाई देश की यात्रा पर गई थी.

राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. 21 मई 1991 की रात वह तमिलनाडु में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे तो मंच की ओर आती एक महिला आत्मघाती हमलावर ने उन्हें माला पहनाने की कोशिश की.

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का फैसला सुना दिया है. जिसमें नलिनी श्रीहर समेत सभी 6 दोषियों को रिहा करने के आदेश दे दिया हैं. सुप्रीम कोर्ट का कहना कि राज्यपाल ने कदम नहीं उठाया तो हम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोषी पेरारीवलन की रिहाई का …