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Hockey World cup: इंडियन हॉकी के नायक बनकर उभरे हैं नवीन पटनायक, क्या लौट आएगी 1975 वाली बादशाहत?

ओडिशा सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों से इंडियन हॉकी को किए जा रहे सहयोग का असर परिणाम के रुप में भी दिख रहा है. इंडियन पुरुष हॉकी टीम ने जहां टोक्यो ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीतकर 41 वर्षों से चले आ रहे मेडल के सूखे को समाप्त किया वहीं महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन भी बेहतरीन रहा था.

Hockey World cup 2023

Hockey World cup 2023

Hockey World cup 2023: हॉकी विश्व कप 2023 का शानदार आगाज कटक के बाराबती स्टेडियम में हो चुका है. ओपनिंग सेरेमनी में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की आदि उपस्थित थे. 13 जनवरी से लेकर 29 जनवरी तक चलने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप के सभी मुकाबले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित होंगे. इंडिया (Hockey India) का राष्ट्रीय खेल हॉकी है इसलिए विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन मुल्क के लिए गर्व की बात है. इंडिया के लिए ये आयोजन खास भी है और उम्मीदों से भरा भी है क्योंकि टूर्नामेंट के संभावित विजेता के रुप में जहां बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के नाम लिए जा रहे हैं.

वहीं टीम इंडिया भी इन दिग्गज टीमों को पूरी चुनौती देने के लिए तैयार है. और अगर इंडिया नए विजेता के रुप में उभरता है तो ये उस पुराने दौर की वापसी होगी जिसे हम वर्षों पहले पीछे छोड़ चुके हैं और आज की युवा जनरेशन इस बात से अंजान है कि जो दबदबा विश्व क्रिकेट में आज हमारा है वही कभी हॉकी में भी हुआ करता था. इंडियन हॉकी टीम ने अपने हालिया प्रदर्शन से भी ये उम्मीद जगाई है कि हम एकबार फिर से हम अपने सुनहरे अतीत की तरफ बढ़ रहे हैं.

ओडिशा ने दी भारतीय हॉकी को नई पहचान

भारत ने पिछले कुछ वर्षों में अगर पुरुष और महिलाओं की हॉकी में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और अंतराष्ट्रीय मंचों पर देश का नाम ऊंचा किया है तो इसमें देश का पिछड़ा राज्य समझे जाने वाले ओडिशा का बड़ा योगदान रहा है. 2018 में सहारा भारतीय हॉकी टीमों को प्रायोजित करने से पीछे हट गया, तो ओडिशा सरकार ने हॉकी इंडिया के साथ अगले 5 साल हॉकी टीमों को प्रायोजित करने के लिए 100 करोड़ का समझौता किया था जिसे बढ़ाकर अब 150 करोड़ कर दिया गया है, और 10 साल तक टीम को समर्थन देने की बात भी कही है.

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 2018 में कहा था, कि राज्य की तरफ से ये देश एक तोहफा है. उन्होंने कहा था कि, यह खेल राज्य के आदिवासी क्षेत्र, जहां ‘बच्चे हॉकी स्टिक के साथ चलना सीखते हैं’. 2018 से ही ओडिशा सरकार इंडियन हॉकी और खिलाड़ियों को तमाम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है. बता दें कि 2023 विश्व कप का आयोजन भी ओडिशा सरकार कर रही है जिसपर करीब 1100 करोड़ का खर्च आया है.

भारतीय हॉकी के लिए भी ओडिशा बेहद खास

ओडिशा सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों से इंडियन हॉकी को किए जा रहे सहयोग का असर परिणाम के रुप में भी दिख रहा है. इंडियन पुरुष हॉकी टीम ने जहां टोक्यो ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीतकर 41 वर्षों से चले आ रहे मेडल के सूखे को समाप्त किया वहीं महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन भी बेहतरीन रहा था. ओडिशा सरकार ने ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों (पुरुष और महिला वर्ग) के लिए 10-10 लाख रुपये के लिए घोषणा की थी. क्रिकेट प्रेमियों से भड़े देश में किसी राज्य सरकार द्वारा किसी दूसरे खेल के प्रति ये कार्य बेहद सराहनीय है. ये बात केवल भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया में इस पहल के लिए ओडिसा सरकार की तारीफ होती है.

क्या समाप्त होगा 47 साल का इंतजार ?

भारत 1975 के बाद से विश्व कप में कोई पदक नहीं जीता है. टीम का प्रदर्शन पिछले कुछ अरसे से शानदार रहा है और फिर टीम इंडिया को अपने होम ग्राउंड में खेलने का भी लाभ मिलेगा. इसलिए उम्मीद है कि इंडियन पुरुष हॉकी टीम विश्व कप में पिछले 47 साल से चल रहे पदक के सूखे को खत्म करने में सफल होगी. बता दें कि भारत को ग्रुप डी में इंग्लैंड, वेल्स और स्पेन के साथ रखा गया है. इंडिया 13 जनवरी को स्पेन, 19 तारीख को वेल्स और 15 जनवरी को इंग्लैंड से भिड़ेगी.

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