Bharat Express

Umesh Pal Murder Case: साबरमती जेल में अतीक अहमद के दिन पूरे, उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए लाया जाएगा यूपी!

UP News: उमेश पाल हत्याकांड मामले में माफिया अतीक अहमद का नाम मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया है. इस मामले में उसके पूरे कुनबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है.

atiq-ahmad

माफिया अतीक अहमद (फाइल फोटो)

Umesh Pal Murder Case: माफिया व पूर्व सांसद अतीक अहमद के दिन साबरमती जेल में पूरे हो गए हैं, क्योंकि पुलिस ने उसे यूपी में लाने की पूरी योजना बना ली है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए अगले हफ्ते अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जाएगा.

पुलिस अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि होली के तुरंत बाद ही इस सम्बंध में कागजी कार्यवाही शुरू की जाएगी और फिर आदालत से आवश्यक अनुमति प्राप्त करेंगे. इसके बाद अतीक को उमेश पाल हत्या मामले में पूछताछ के लिए प्रयागराज लाया जाएगा. अतीक को उमेश पाल और दो पुलिस गार्ड की हत्या के मामले में मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है. बता दें कि इस मामले में उमेश की पत्नी ने उसके पूरे कुनबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी और खुलकर इस पूरे मामले में अतीक और उसके बेटे व भाई का नाम बताया था. मालूम हो कि 24 फरवरी को दिन हदाड़े बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में अहम गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. इस सम्बंध में सीसीटीवी सामने आने पर हत्याकांड के तार अतीक अहमद से जुड़े होने के साक्ष्य पुलिस को मिले थे.

पढ़ें इसे भी- Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल के हत्यारों ने बदला ठिकाना, तलाश में यूपी पुलिस पहुंची कोलकाता

जल्द किया जाएगा गुजरात जेल में आवेदन

पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि हम जल्द ही गुजरात में जेल को वारंट बी (प्रोडक्शन वारंट) के लिए आवेदन करेंगे. हम यूपी में उसके खिलाफ मामलों में तेजी लाने की दिशा में काम कर रहे हैं. मीडिया सूत्रों के मुताबिक अतीक को जून 2019 में साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने 22 अप्रैल 2019 को आदेश दिया था कि अतीक को देवरिया जेल से गुजरात में उच्च सुरक्षा वाली जेल में शिफ्ट किया जाए. अतीक पर रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले की साजिश रचने का आरोप है.

देवरिया जेल में की थी व्‍यवसायी से मारपीट

मीडिया सूत्रों के मुताबिक, 28 दिसम्बर 2018 को जायसवाल ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि उनका लखनऊ से अपहरण किया गया था और जेल ले जाया गया था. जहां अतीक और उसके गुर्गों ने उन पर हमला बोला था. इसके बाद मामला सीबीआई को सौंपा गया था, जिसने 31 दिसम्बर 2020 को मामले में आरोप पत्र दायर किया था और अतीक और  उसके बेटे को दोषी करार दिया गया था.

-भारत एक्सप्रेस

 

Bharat Express Live

Also Read