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SCO Summit 2023: चीन और पाकिस्तान संबंधों में तनाव के बीच, भारत करेगा वर्चुअल एससीओ बैठक की मेजबानी

SCO एससीओ की विदेश मंत्री स्तर की दो दिवसीय बैठक आज से शुरू हो रही है. यह बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और पश्चिमी देशों में तनातनी है. साथ ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ एससीओ बैठक के अलावा भारतीय विदेश मंत्री की कोई वन टू वन मीटिंग होती है या नहीं इस दुद्दे पर नजर रहेगी.

India to host virtual SCO meet

भारत वर्चुअल एससीओ बैठक की मेजबानी करेगा

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ 4 जुलाई को एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए भारत आएंगे या नहीं, इसकी अटकलों के बीच, सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि वह वर्चुअली शिखर सम्मेलन की  मेजबानी करेगा. भारत वर्तमान में यूरेशियन समूह की अध्यक्षता करता है और इस महीने की शुरुआत में गोवा में एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी जिसमें पाकिस्तान सहित सभी सदस्य देशों ने भाग लिया था.

आपको बता दें भारत ने पहले शिखर सम्मेलन के लिए सभी सदस्य देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था इसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. एक व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन में मोदी को जिनपिंग और शरीफ दोनों के साथ आमने-सामने आते हुए देखा जाएगा, जब चीन के साथ सीमा विवाद से संबंध टूट गए हैं और जब पाकिस्तान के साथ संबंध नीचे की ओर आ रहे हैं.

भारत ने निभाई सकरात्मक और रचनात्मक भूमिका
एससीओ की भारत की अध्यक्षता सदस्य देशों के बीच गहन गतिविधि और पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग की अवधि रही है भारत ने 14 मंत्रिस्तरीय बैठकों समेत कुल 134 बैठकों और कार्यक्रमों की मेजबानी की है. भारत संगठन में एक सकारात्मक और रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए लिए प्रतिबद्ध है, और इसकी अध्यक्षता के रूप में एक सफल एससीओ शिखर सम्मेलन की उम्मीद कर रहा है.

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विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय नेअपने एक बयान में कहा, ‘‘पहली बार भारत की अध्यक्षता में एससीओ का 22वां शिखर सम्मेलन डिजिटल तरीके से चार जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होगा. जिसमें एससीओ के सभी सदस्य देशों- चीन, रूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान को शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘ईरान, बेलारूस और मंगोलिया को पर्यवेक्षक देशों के रूप में आमंत्रित किया है एससीओ की परंपरा के अनुसार तुर्कमेनिस्तान को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है.

हालांकि शिखर सम्मेलन को डिजिटल तरीके से आयोजित कराने की वजह नहीं बतायी है. अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए, डिजिटल तरीके से शिखर सम्मेलन आयोजित कराने के विकल्प पर चर्चा की गयी. विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत ने अपनी अध्यक्षता के तहत सहयोग के नए स्तंभ स्थापित किए हैं.

-भारत एक्सप्रेस

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