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Mehbooba Mufti: महबूबा मुफ़्ती ने शिवलिंग का किया जलाभिषेक, बीजेपी ने बताया राजनीतिक नौटंकी, मुस्लिम धर्मगुरु ने भी किया विरोध

Mehbooba mufti: महबूबा मुफ्ती ने नवग्रह मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर के हर हिस्से को देखा और यशपाल शर्मा की प्रतिमा पर फूल चढ़ाएं.

पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती

PDP Chief Mehbooba mufti: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने पूंछ जिले के दौरे के दौरान एक शिव मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हुईं नजर आईं. उनका शिवलिंग पर जल चढ़ाने की वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वहीं इसको लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स की तरफ से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ लोग इसको चुनाव से जुड़ी हुई राजनीति बता रहे हैं तो बीजेपी ने भी इसको जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले वोटरों को लुभाने के लिए पीडीपी अध्यक्ष की नौटंकी बताया है.

लोकसभा और जम्मू-कश्मीर चुनाव को लेकर पार्टियां अपनी अपनी तरफ से जनता को लुभाने के लिए अलग-अलग के प्रयास कर रही हैं, वहीं अब महबूबा मुफ्ती का शिवलिंग पूजा करना चर्चा का विषय बन गया है.

PDP नेता यशपाल शर्मा ने मंदिर का कराया था निर्माण

महबूबा मुफ्ती अपने दो दिनों के लिए पूंछ दौरे पर थीं. यहां उन्होंने नवग्रह मंदिर में पूजा अर्चना की. इस दौरान महबूबा ने मंदिर के हर हिस्से को देखा और वहां यशपाल शर्मा की प्रतिमा पर फूल चढ़ाएं. नवग्रह मंदिर का निर्माण पीडीपी के पूर्व एमएलसी यशपाल शर्मा (Yashpal Sharma) ने करवाया था. मंदिर के अन्दर यशपाल शर्मा की प्रतिमा भी लगाई गई है. इससे पहले महबूबा मुफ्ती 2017 में गांदरबल के खीर भवानी मंदिर में भी जा चुकी हैं। तब वे जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री थीं.

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बीजेपी ने चुनावी नौटंकी करार दिया

महबूबा मुफ्ती द्वारा जलाभिषेक करने का वीडियो वायरल होते ही बीजेपी ने उन पर निशाना साधा है. बीजेपी ने महबूबा के इस कदम को चुनावी नौटंकी बताया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रणवीर सिंह ने कहा कि “ये पीडीपी अध्यक्ष की एक मात्र नौटंकी है. उन्होंने कहा “2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड को भूमि आवंटन का विरोध किया था. महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने तीर्थयात्रियों के लिए हट के निर्माण के लिए श्राइन बोर्ड को भूमि के अस्थायी हस्तांतरण की अनुमति नहीं दी थी.” उन्होंने आगे कहा कि “पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की नौटंकी से कुछ हासिल होने वाला नहीं है.”

मुस्लिम धर्मगुरु ने किया विरोध

वहीं दूसरी तरफ महबूबा मुफ़्ती के मंदिर जाने का विरोध मुस्लिम धर्मगुरु भी कर रहे हैं. देवबंद के मौलाना असद कासमी ने कहा, “महबूबा ने जो किया वह सही नहीं है. वह इस्लाम के खिलाफ है.”

– भारत एक्सप्रेस

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