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Gorakhpur: दिव्यांग सफाईकर्मी की नन्हीं बेटी का CM योगी आदित्यनाथ ने कराया अन्नप्राशन, खुशी से झूमा पूरा परिवार

गोरखपुर में जनता दर्शन के दौरान सीएम ने बच्ची को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बच्ची को गोद में ले रखा था.

बिटिया का अन्नप्राशन संस्कार करते सीएम योगी आदित्यनाथ

Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रहने वाले एक दिव्यांग सफाईकर्मी विवेक की मुराद उस वक्त पूरी हो गई, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्ही नन्हीं बेटी का अन्नप्राशन संस्कार कराया. इस दौरान पूरा परिवार खुशी से झूम उठा. इस सम्बंध में विवेक और उनकी पत्नी संध्या बताते हैं कि उनकी कामना थी कि मुख्यमंत्री उनकी बेटी का अन्नप्राशन कराएं जो कि आज पूरी हो गई.

जानकारी के मुताबिक, यूपी के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह मंदिर परिसर में विवेक की सात माह की बिटिया का अन्नप्राशन कराया और आशीर्वाद दिया तो विवेक और उनकी पत्नी संध्या की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे. विवेक का कहना है कि बिटिया का अन्नप्राशन मुख्यमंत्री के हाथों होना हमारे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है.

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बता दें कि सोमवार सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जब जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुन रहे थे और एक-एक कर लोगों से मिलकर उनकी समस्या सुन रहे थे तभी उनकी नजर कुर्सी पर बच्ची को गोद में लिए बैठे दिव्यांग विवेक पर पड़ी. मंदिर परिसर में सेवारत होने से सीएम उनको पहचानते थे.

इस पर सीएम विवेक से पूछ पड़े कि क्या समस्या है. इस पर विवेक ने बच्ची को गोद में लेकर हाथ जोड़ लिए और अपनी मन्नत वाली बात बताई. इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुराने लगे और झट बिटिया को अपनी गोद में ले लिया. पहले तो वह बच्ची को कुछ वक्त तक दुलराते रहे, फिर बच्ची के मुंह में पहले से लगे निप्पल को निकाला और अपने हाथों से बच्ची को खीर खिलाकर अन्नप्राशन कराया और आशीर्वाद दिया. इस मौके पर विवेक ने बताया कि ‘महाराज जी’ के हाथों बिटिया का अन्नप्राशन होने की खुशी में वह इतना खो गए कि नामकरण वाली अपनी ख्वाहिश बताना ही भूल गए. अगर वह नामकरण की अपनी मुराद भी बता दी होती तो आज ही बिटिया का नाम भी रख जाता.

नगर निगम में हैं सफाईकर्मी

पैर से दिव्यांग विवेक शर्मा नगर निगम में आउटसोर्सिंग सफाईकर्मी हैं. उनकी ड्यूटी छिड़काव कार्य करने की है. वह मंदिर परिसर में ही बने कर्मचारी आवास में पत्नी संध्या व अन्य परिजनों के साथ रहते हैं. उनके दो बच्चे हैं. बेटा तीन साल का है तो बेटी सात माह की है. बिटिया से पहले भी एक और बच्चा हुआ था लेकिन वह असमय काल के गाल में समा गया. विवेक बताते है कि बिटिया के जन्म के ही दिन उन्होंने गुरु गोरखनाथ से मन्नत मांगी थी कि बच्ची का अन्नप्राशन गोरक्षपीठाधीश्वर के हाथों हो और उनकी यह मन्नत सोमवार को पूरी हो गई. इस मौके पर उनको लगा कि मानो उन्हें पूरी दुनिया की खुशी मिल गई हो.

-भारत एक्सप्रेस

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