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Dimple Yadav: मैनपुरी में जीत के बाद डिंपल यादव ने ली शपथ, अखिलेश यादव भी संसद में रहे मौजूद

Dimple Yadav News: 1996 के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए 9 बार चुनाव हो चुके हैं, लेकिन हर बार जीत समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार की ही हुई है.

Dimple Yadav

पति अखिलेश यादव के साथ संसद भवन पहुंचीं डिम्पल यादव.

Dimple Yadav: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद अब डिंपल यादव ने सांसद के रुप में शपथ ले ली है. सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद समाजवादी पार्टी से डिंपल यादव, सैफई परिवार से एक मात्र लोकसभा में सांसद है. डिंपल यादव को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शपथ दिलाई. शपथ लेने से पहले डिंपल के साथ उनके पति अखिलेश यादव भी नजर आए. दोनों ने मथुरा में बाके बिहारी के दर्शन किए.

शपथ के पहले डिंपल यादव (Dimple Yadav) अपने पति और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मथुरा में बांके बिहारी के दर्शन किया. इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं लोगों के भरोसे की आभारी हूं. नेताजी के सम्मान में संसदीय क्षेत्र के लोगों ने जो भरोसा जताया है, उसके लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद, और यह ठाकुर बांके बिहारी जी का भी आशीर्वाद है, जिसकी वजह से मैं यह चुनाव जीत पाई हूं.

डिंपल ने रिकॉर्ड वोटों से दर्ज की जीत

इससे पहले मैनपुरी उपचुनाव में सपा उम्मीदवार रही डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने बीजेपी के प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को करीब 2 लाख 88 हजार वोटो से हराया. इस दौरान उन्होंने जसवंतनगर से शिवपाल यादव और 2019 लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. मुलायम ने करीब 94 हजार वोटों चुनाव जीता था.

मैनपुरी फतह करने वालीं डिंपल यादव को जानिए

-पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी है.
-पूर्व सीएम और एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू है.
-दो बार कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद रह चुकी हैं.
-2012 के उपचुनाव में पहली बार सांसद बनी थीं.
-2014 में दूसरी बार सांसद बनीं, लेकिन 2019 में चुनाव हार गई थीं.
-2009 में फिरोजाबाद से लोकसभा का उपचुनाव हार चुकी हैं.

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मुलायम के निधन के बाद हुआ उपचुनाव

बता दें कि साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यादव परिवार से एक मात्र सांसद चुने गए थे. उसके बाद बीते 10 अक्टूबर को उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था. मुलायम के निधन के बाद ही मैनपुरी में उपचुनाव हुआ. 5 दिसंबर को मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में वोट डाले गए थे, और 8 दिसंबर को वोटो की गिनती हुए थी.

-भारत एक्सप्रेस

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