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Congress: रायपुर अधिवेशन में ‘मिशन 2024’ की रणनीति बनाएगी कांग्रेस, CWC में हो सकती है कई नेताओं की एंट्री

मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का महाधिवेशन हो रहा है. कांग्रेस का पिछला महाधिवेशन 2018 में दिल्ली में हुआ था.

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल

Congress: छत्तीसगढ़ के रायपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की शुरुआत हो गई है. तीन दिन चलने वाले अधिवेशन में कांग्रेस के बड़े नेता शामिल होंगी. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अशोक गहलोत समेत कई और दूसरे बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि इस अधिवेशन में कांग्रेस साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाएगी.

वहीं इस अधिवेशन को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी व्यापक इंतजाम किए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार और प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी नेताओं के ठहरने, आने-जाने और सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए हैं. बैठक में देशभर के 15 हजार से ज्यादा कांग्रसी नेताओं के छत्तीसगढ़ पहुंचने की उम्मीद है.

कांग्रेस (Congress) के महाधिवेशन के पहले दिन पार्टी की संचालन समिति, कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के आधे सदस्यों के चुनाव के संदर्भ में फैसला करेगी. पार्टी के 85वें महाधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस की विषय संबंधी समिति राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय मामलों, कृषि, सामाजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा संबंधी प्रस्तावों पर विचार करेगी.

महाधिवेशन आरंभ होने से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को कांग्रेस (Congress) महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि अगर पार्टी संचालन समिति 24 फरवरी को अपनी बैठक में कांग्रेस कार्य समिति का चुनाव कराने का फैसला करती है तो चुनाव कराया जाएगा और इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां अध्यक्ष पद का भी चुनाव हुआ है, जबकि किसी दूसरी पार्टी में संगठन के पदों के लिए चुनाव नहीं होता.

कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से यह टिप्पणी उस वक्त की है जब कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि सीडब्ल्यूसी के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए और पार्टी की इस शीर्ष नीति निर्धारक इकाई में नौजवानों को मौका मिलना चाहिए.

कांग्रेस के संविधान के अनुसार, सीडब्ल्यूसी के कुल 25 सदस्यों में से 12 सदस्यों का चुनाव होता है और 11 सदस्यों को पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत किया जाता है. कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस संसदीय दल का नेता सीडब्ल्यूसी का स्वत: सदस्य होता है.

रमेश ने महाधिवेशन के कार्यक्रम का ब्यौरा देते हुए बताया, ‘‘25 फरवरी को राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा होगी तथा 26 फरवरी को कृषि, सामजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा मामलों के प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. इसके अलावा 26 फरवरी को दो बजे कांग्रेस अध्यक्ष का भाषण होगा तथा चार बजे जनसभा होगी.’’

कांग्रेस इस महाधिवेशन में 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में अपना रुख स्पष्ट करेगी. इस महाधिवेशन में कांग्रेस ने करीब 15,000 लोगों को आंमत्रित किया गया है, जिनमें डेलीगेट (प्रतिनिधि) होंगे. जिला कांग्रेस अध्यक्ष विशेष डेलीगेट होंगे. कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करने वाले सभी ‘भारत यात्री’ और पार्टी के अग्रिम संगठनों एवं विभागों के पदाधिकारी विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे.

कांग्रेस के मुताबिक, महाधिवेशन में 1,338 निर्वाचित एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) सदस्य होंगे, 487 सहयोजित (को-ऑप्टेड) एआईसीसी सदस्य होंगे, 9,915 निर्वाचित पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) सदस्य होंगे तथा करीब 3,000 सहयोजित (को-ऑप्टेड) पीसीसी सदस्य होंगे.

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‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर मिली प्रतिक्रिया से उत्साहित कांग्रेस ने इस पूर्ण अधिवेशन का ‘टैगलाइन’ ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ रखा है. इस महाधिवेशन में भाग ले रहे एआईसीसी सदस्यों में सामान्य श्रेणी से 704, अल्पसंख्यक समुदाय से 228, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से 381, अनुसूचित जाति से 192, अनुसूचित जनजाति से 133 लोग, 235 महिलाएं और 50 साल से कम उम्र के 501 लोग होंगे.

-भारत एक्सप्रेस

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