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Adani Group Stock: नहीं संभल रहे अडानी ग्रुप के शेयर, Adani Enterprises के Stocks में 9.50 फीसदी की गिरावट, Adani Power भी 5 % लुढ़का

Adani Group Stock: अडानी ग्रुप के शेयरों में शुरू हुआ गिरावट का सिलसिला पूरे सप्ताह भर जारी रहा है. इस दौरान अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई है. निवेशक हालात सुधरने का इंतजार कर रहे हैं.

adani group

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी

Adani Group Stock: अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में शुरू हुई गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है. हर रोज टूटते शेयरों की वजह से इन कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन (M-cap) लगातार कम हो रहा है. कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा. सोमवार को शुरुआती कारोबार में अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 9.50 प्रतिशत नीचे आ गया.

बीएसई पर अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 1,597.95 रुपये पर कमजोर खुलने के बाद और गिरकर 1,433.60 रुपये पर आ गया, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 9.50 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है. बाद में यह 6.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1480.65 रुपये पर कारोबार कर रहा था. अडानी टोटल गैस, अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी विल्मर के शेयर बीएसई पर पांच प्रतिशत के नुकसान में कारोबार कर रहे थे. वहीं अडानी ट्रांसमिशन 10 प्रतिशत नीचे आ गया.

कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू

दूसरी ओर, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनमिक जोन 0.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 501.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था. इसके अलावा अडानी समूह से जुड़ी अन्य कंपनियों…अंबुजा सीमेंट्स में 3.28 प्रतिशत, एसीसी में 0.82 प्रतिशत और एनडीटीवी में 4.98 प्रतिशत की गिरावट आई.  अमेरिका की शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में गौतम अडानी की अगुवाई वाले समूह पर धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर का आरोप लगाया गया था. उसके बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया. हालांकि, अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि वह सभी कानूनों और खुलासा अनिवार्यताओं को पूरा करता रहा है.

आगे कैसी रहेगी शेयरों की चाल?

एक रिपोर्ट में ग्रीन पोर्टफोलियो रिसर्च हेड और सह-संस्थापक, अनुज जैन कहते हैं कि अडानी पैक ने हमेशा बहुत अधिक वैल्यूशन किया है और बार-बार इस पर संदेह जताया गया है. शेयर की कीमतों में गिरावट के बावजूद भी अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी टोटल 3 डिजिट के PE पर कारोबार जारी हैं.

जैन का मानना है कि बहुत कम ओवरवैल्यूएशन को छोड़ना बाकी है वरना बाजार की ताकतों ने उन्हें अब उचित वैल्यूएशन पर ला दिया है. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ये कंपनियां बहुत तेजी से विकास कर रही हैं और व्यापार मॉडल डिमांड और एन्युटी के लिए कमोबेश अयोग्य है. हम मानते हैं कि सबसे बुरा दौर लगभग खत्म हो गया है. हालांकि, एक शेयर जो दिलचस्प है वो है अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड.

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